tag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post2771603428001375893..comments2024-03-11T20:46:17.151+05:30Comments on विश्वमोहन उवाच : काल-चक्र की क्रीड़ा-कला!विश्वमोहनhttp://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comBlogger46125tag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-18679635430974476582023-09-29T14:56:12.764+05:302023-09-29T14:56:12.764+05:30जी, अत्यंत आभार!!!जी, अत्यंत आभार!!!विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-65216877986680339352023-09-29T14:55:47.502+05:302023-09-29T14:55:47.502+05:30लाजवाब, अद्भुत, विलक्षण!!!लाजवाब, अद्भुत, विलक्षण!!!विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-44569186214792616542023-09-28T23:52:48.023+05:302023-09-28T23:52:48.023+05:30रचना से प्रेरित पंक्तियाँ !!!!
इकलहर समय की मिलवा...रचना से प्रेरित पंक्तियाँ !!!!<br /><br />इकलहर समय की मिलवाती, <br />दूजी दूर ले जाती, <br /> निष्ठुर कान्हा कब पढ़ पाते<br />राधा के मन की पाती, <br />जाने किसकी खातिर माधव<br />मुरली मधुर बजाए , <br />पुकार थकी तरसी राधा <br />छलिया कहाँ बस में आये! <br />शिव करते मनमानी।<br />नयन मूँद ना पलकें खोले, <br />ना जाने शक्ति की पीड़ा<br />औघड़ बम- बम भोले, <br />जब चाहें उठाके डमरू_<br />जड़ में चैतन्य भरते<br /> प्रेयसी भटकी जन्म -मरण में <br />ना अमरत्व प्रीत में भरते!!//////////<br /><br /><br /> 😂😂रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-75332998203776002332021-07-12T10:45:15.782+05:302021-07-12T10:45:15.782+05:30जी, अत्यंत आभार।जी, अत्यंत आभार।विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-56110510672277510292021-07-12T10:44:41.973+05:302021-07-12T10:44:41.973+05:30एक बार कविता कवि के हाथ से निकल गयी तो वह पाठक की ...एक बार कविता कवि के हाथ से निकल गयी तो वह पाठक की संपत्ति बन जाती है। अब पाठक का अर्थ ही सही अर्थ माना जायेगा।😀🙏 अत्यंत आभार।विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-87693878056689292142021-07-11T22:38:07.933+05:302021-07-11T22:38:07.933+05:30वाह लाजबाव सृजनवाह लाजबाव सृजनBharti Dashttps://www.blogger.com/profile/04896714022745650542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-65338991420353624232021-07-11T22:27:41.477+05:302021-07-11T22:27:41.477+05:30बहुत बहुत शानदार ।
पहले भी उतनी ही मोहक आज भी रस स...बहुत बहुत शानदार ।<br />पहले भी उतनी ही मोहक आज भी रस से सराबोर।<br />सुंदर सृजन।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-73349968825165348202021-07-11T22:24:05.088+05:302021-07-11T22:24:05.088+05:30अक्षर वर्ण शब्दों में ढलकर,
गढ़े ज्ञान की गीता।
अनह...अक्षर वर्ण शब्दों में ढलकर,<br />गढ़े ज्ञान की गीता।<br />अनहद चेतन अंतर्मन में,<br />मानेगी मेरी कविता!!!<br /> मुझे यह स्वीकार करने में कोई आपत्ति नहीं है कि इस कविता के गूढ़ को समझ पाना मेरे लिए जरा कठिन है। अलग अलग अर्थ हो सकते हैं अपनी समझ के अनुसार। आपकी विद्वत्ता से उपजा इस कविता का शब्द शिल्प और इसकी गूढ़ता ही इस कविता का प्राण है।Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-41430864794966788902021-07-11T13:12:30.151+05:302021-07-11T13:12:30.151+05:30आशीष भी अनमोल है ये आपका! अत्यंत आभार।आशीष भी अनमोल है ये आपका! अत्यंत आभार।विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-68385874159694794442021-07-11T12:45:25.796+05:302021-07-11T12:45:25.796+05:30पुरुषोत्तम जी ने आज एक बार फिर से इस काव्य को पढ़ने...पुरुषोत्तम जी ने आज एक बार फिर से इस काव्य को पढ़ने का अवसर दिया। वैसे तो ये जितनी बार भी पढ़े जी नहीं भरता मगर वक़्त आभाव के कारण...<br />अनमोल कृति है ये आपकी ,सादर नमन Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-52275466476736762372021-07-10T18:21:03.409+05:302021-07-10T18:21:03.409+05:30जी नमस्ते ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल...जी नमस्ते ,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (११-०७-२०२१) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"><br />"कुछ छंद ...चंद कविताएँ..."(चर्चा अंक- ४१२२)</a> पर भी होगी।<br />आप भी सादर आमंत्रित है। <br />सादरपुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-84915197897237403462021-02-26T20:21:16.722+05:302021-02-26T20:21:16.722+05:30टिप्पणी दर्ज हो गयी है। अपनी प्रतिलिपि खंगाल लें।�...टिप्पणी दर्ज हो गयी है। अपनी प्रतिलिपि खंगाल लें।😀🙏विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-7884535989294460672021-02-26T19:30:45.039+05:302021-02-26T19:30:45.039+05:30खोज लिया 😀🙏खोज लिया 😀🙏विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-2580280074254055602021-02-26T19:10:22.622+05:302021-02-26T19:10:22.622+05:30और प्रतिलिपी पर तो आप हैं हीऔर प्रतिलिपी पर तो आप हैं हीAnanta Sinhahttps://www.blogger.com/profile/14940662000624872958noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-3129615122859318442021-02-26T19:09:56.754+05:302021-02-26T19:09:56.754+05:30कैसे भेजूँ?कैसे भेजूँ?Ananta Sinhahttps://www.blogger.com/profile/14940662000624872958noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-42559928449577385262021-02-26T19:08:17.907+05:302021-02-26T19:08:17.907+05:30जी, अत्यंत आभार। प्रतिलिपि वाली कहानी का लिंक भेजि...जी, अत्यंत आभार। प्रतिलिपि वाली कहानी का लिंक भेजिए।विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-56787534404882065492021-02-26T18:54:06.380+05:302021-02-26T18:54:06.380+05:30आदरणीय सर,
सादर प्रणाम।
आज आपसे एक अनुरोध है। मैं ...आदरणीय सर,<br />सादर प्रणाम।<br />आज आपसे एक अनुरोध है। मैं ने प्रतिलिपी पर अपनी दो कहानियाँ डाली हैं 1.वर्षा ऋतु 2. जब कान्हा आये। कृपया उसे पढ़ कर अपना मार्गदर्शन और आशीष दें। मैं अत्यंत आभारी रहूँगी।<br />आपकी यह सुंदर रचना पुनः पढ़ी, बहुत आनंद आया।<br />आपको पुनः प्रणामAnanta Sinhahttps://www.blogger.com/profile/14940662000624872958noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-51222041754355605712021-02-25T16:42:41.197+05:302021-02-25T16:42:41.197+05:30जी, अत्यंत आभार आपके आशीष का।जी, अत्यंत आभार आपके आशीष का।विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-72381291059289443422021-02-25T15:46:58.581+05:302021-02-25T15:46:58.581+05:30रूठी हुई है तो इतना प्यारा सृजन अगर मान गई तो...
प...रूठी हुई है तो इतना प्यारा सृजन अगर मान गई तो...<br />परमात्मा करें जल्द मान जाए... ताकि हम आपकी और भी अच्छी रचनाओं का आनन्द उठा पाए,सादर नमस्कार Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-18562837412711340972021-02-25T11:29:17.277+05:302021-02-25T11:29:17.277+05:30जी, अत्यंत आभार!!!जी, अत्यंत आभार!!!विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-37178305517699093702021-02-25T10:31:15.236+05:302021-02-25T10:31:15.236+05:30अति सुन्दर..अनंत तक जाती आपकी रचना अनुपम है..
सादर...अति सुन्दर..अनंत तक जाती आपकी रचना अनुपम है..<br />सादर नमन..मन जैसा कुछhttps://www.blogger.com/profile/03267889928959025169noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-34428381313110040112021-02-24T19:51:39.775+05:302021-02-24T19:51:39.775+05:30जी, अत्यंत आभार।जी, अत्यंत आभार।विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-79656950848625239682021-02-24T18:55:36.358+05:302021-02-24T18:55:36.358+05:30बहुत भावपूर्ण रचना आदरणीय सर। सुंदर। हार्दिक आभ...बहुत भावपूर्ण रचना आदरणीय सर। सुंदर। हार्दिक आभार व आपको प्रणाम।Ananta Sinhahttps://www.blogger.com/profile/14940662000624872958noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-75004465267851132792021-02-24T16:25:39.319+05:302021-02-24T16:25:39.319+05:30जी, अत्यंत आभार!!!जी, अत्यंत आभार!!!विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-28786385727888516352021-02-24T16:24:31.434+05:302021-02-24T16:24:31.434+05:30बेहतरीन रचना आदरणीय।बेहतरीन रचना आदरणीय।Anuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.com