tag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post5021605016436338895..comments2024-03-11T20:46:17.151+05:30Comments on विश्वमोहन उवाच : मन में माँ और माँ में मन (पुण्यस्मृति नमन)विश्वमोहनhttp://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comBlogger37125tag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-28324114173204052642022-01-31T15:01:02.102+05:302022-01-31T15:01:02.102+05:30जी, अत्यंत आभार!!!जी, अत्यंत आभार!!!विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-62132313658041328252022-01-31T12:20:27.274+05:302022-01-31T12:20:27.274+05:30दिल में सीधी उतर गई ये रचना ...
माँ से जुड़े प्रसंग...दिल में सीधी उतर गई ये रचना ...<br />माँ से जुड़े प्रसंग कितने साझा होते हैं ... कई बार लगता है माँ बनने के बाद बातें कितना साझा हो जाती हैं ... नमन है मेरा ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-64377554660320238802022-01-24T11:11:26.227+05:302022-01-24T11:11:26.227+05:30माँ की अनुपम स्मृति को किस तरह सहेज़ कर रखा है आपन...माँ की अनुपम स्मृति को किस तरह सहेज़ कर रखा है आपने इस दिल को छूने वाली रचना में! Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-62155157294895246402022-01-23T23:36:04.993+05:302022-01-23T23:36:04.993+05:30जी, अत्यंत आभार🙏🙏जी, अत्यंत आभार🙏🙏विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-9744254243347909392022-01-23T23:28:37.963+05:302022-01-23T23:28:37.963+05:30सर्वप्रथम मां को मेरा सादर नमन 👏👏
हर पंक्ति में ...सर्वप्रथम मां को मेरा सादर नमन 👏👏<br />हर पंक्ति में मां के लिए आत्मीय और भावुक उद्बोधन👌👌 <br />हो क्यों न मां होती ही ऐसी है, मां के बिना तो बालक बिना संदर्भ का जीवन जीता है, बचपन और लड़कपन में जो महसूस करता है, शायद वो उसके जीवन में ताउम्र असर डालता है, ये मेरा अपना अनुभव है ।<br />आप बड़े भाग्यशाली हैं जो मां का प्यार मिला । उस प्यार को आत्मीयता को बड़ी सुंदरता से सहेजा है आपने कि आपकी रचना में प्रस्फुटित हो रहा है.. मेरी ये पंक्तियां मां को समर्पित हैं 👏<br /><br />जग का, मन का औ जीवन का<br />अवरुद्ध विषम हर मार्ग दिखे<br />फिर मातुपिता के चरणों में<br />जाकर झुक जाना जीवन है ।। <br />..सुंदर रचना के लिए बधाई आपको आदरणीय विश्वमोहन जी👏💐जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-85748366541368562892022-01-23T20:04:48.389+05:302022-01-23T20:04:48.389+05:30माँ की स्मृतियों से मन को भिंगोती सुंदर भावाभिव्यक...माँ की स्मृतियों से मन को भिंगोती सुंदर भावाभिव्यक्ति!--ब्रजेंद्रनाथMarmagya - know the inner selfhttps://www.blogger.com/profile/12590186684533332662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-56553387458137960212022-01-23T19:16:10.518+05:302022-01-23T19:16:10.518+05:30काश! जो उस दिन भरपेट रोता!
आज शून्य में यूँ न खोत...काश! जो उस दिन भरपेट रोता!<br /><br />आज शून्य में यूँ न खोता।<br /><br />दृग-कोष में आँसू बँध गए,<br /><br />और कंठ के स्वर भी रुँध गए... हृदयस्पर्श सृजन अंतस भीग गया।<br />नमन अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-20139663509428178792022-01-23T15:30:17.982+05:302022-01-23T15:30:17.982+05:30जी, अत्यंत आभार🙏🙏जी, अत्यंत आभार🙏🙏विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-80584062899435115422022-01-23T15:20:11.563+05:302022-01-23T15:20:11.563+05:30मां ...जिसे सिर्फ शब्दों में नहीं समेटा जा सकता फ...मां ...जिसे सिर्फ शब्दों में नहीं समेटा जा सकता फिर भी आपने हर पहलू छुआ है ..वाह विश्वमोहन जी, इतनी अच्छी रचना कि तारीफ भी कम पड़ जाए ...लिए कटोरा दूध हाथ में,<br /><br />हमको रोज बुलाता है।<br /><br />'बउआ के मुँह में घुटुक'<br /><br />लोरी की याद दिलाता है।<br /><br />वाह वाह वाहAlaknanda Singhhttps://www.blogger.com/profile/15279923300617808324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-30093923935481033112022-01-23T13:02:47.336+05:302022-01-23T13:02:47.336+05:30जी, अत्यंत आभार🙏🙏जी, अत्यंत आभार🙏🙏विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-80821117898587532852022-01-23T12:42:28.316+05:302022-01-23T12:42:28.316+05:30काश! जो उस दिन भरपेट रोता!
आज शून्य में यूँ न खोत...काश! जो उस दिन भरपेट रोता!<br /><br />आज शून्य में यूँ न खोता।<br /><br />दृग-कोष में आँसू बँध गए,<br /><br />और कंठ के स्वर भी रुँध गए।<br /><br />बहुत सुंदर रचना MANOJ KAYALhttps://www.blogger.com/profile/13231334683622272666noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-87911387411977207952022-01-23T12:38:01.880+05:302022-01-23T12:38:01.880+05:30जी, अत्यंत आभार🙏🙏जी, अत्यंत आभार🙏🙏विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-1828444000999491602022-01-23T12:18:26.747+05:302022-01-23T12:18:26.747+05:30बहुत बहुत सुन्दर हृदय स्पर्शी रचना ।बहुत बहुत सुन्दर हृदय स्पर्शी रचना ।आलोक सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/17318621512657549867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-41778940566500810092022-01-23T11:59:49.837+05:302022-01-23T11:59:49.837+05:30जी, अत्यंत आभार🙏🙏जी, अत्यंत आभार🙏🙏विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-7734014359976379302022-01-23T10:47:53.786+05:302022-01-23T10:47:53.786+05:30अंतस को भिगो गई आपकी ये रचना! शब्द शब्द में बिछोह ...अंतस को भिगो गई आपकी ये रचना! शब्द शब्द में बिछोह का दर्द समेटे, माँ के व्योम से ऊंचे व्यक्तित्व का जीवन में क्या स्थान है हर संवेदशील बच्चे (चाहे वो साठ का भी क्यों न हो)के लिए,को दर्शाता प्यार।<br />अभिनव अनुपम।<br />मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-49084202795529252922022-01-22T22:36:40.644+05:302022-01-22T22:36:40.644+05:30हृदयस्पर्शी अतुल्य रचना।
माँ की चिर स्मृतियो को श्...हृदयस्पर्शी अतुल्य रचना।<br />माँ की चिर स्मृतियो को श्रद्धाजंली।🙏Pammi singh'tripti'https://www.blogger.com/profile/13403306011065831642noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-35990986086779081562022-01-22T19:36:44.922+05:302022-01-22T19:36:44.922+05:30सादर नमस्कार ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्...सादर नमस्कार , <br /><br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (23-1-22) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> "पथ के अनुगामी"(चर्चा अंक 4319)</a>पर भी होगी।आप भी सादर आमंत्रित है..आप की उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी .<br /> -- <br />कामिनी सिन्हा <br />Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-82697351418686861622022-01-22T18:42:54.572+05:302022-01-22T18:42:54.572+05:30दिल को छूती बहुत ही सुंदर रचना, विश्वमोहन भाई। जिस...दिल को छूती बहुत ही सुंदर रचना, विश्वमोहन भाई। जिस माँ का लाल उसे इतना याद कर रहा है, वो माँ वास्तव में कितनी महान होगी।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-90713655934695360142022-01-22T15:55:00.213+05:302022-01-22T15:55:00.213+05:30जी, अत्यंत आभार🙏🙏
जी, अत्यंत आभार🙏🙏<br /><br />विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-22204839269285197912022-01-22T15:45:50.731+05:302022-01-22T15:45:50.731+05:30बहुत सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति
नमनबहुत सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति<br />नमनBharti Dashttps://www.blogger.com/profile/04896714022745650542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-72118613288849191082022-01-22T14:25:39.428+05:302022-01-22T14:25:39.428+05:30जी, अत्यंत आभार🙏🙏जी, अत्यंत आभार🙏🙏विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-40846925737214275122022-01-22T14:16:42.402+05:302022-01-22T14:16:42.402+05:30अंतस भीगा गया रचना का हर शब्द।
माँ की चिर स्मृतियो...अंतस भीगा गया रचना का हर शब्द।<br />माँ की चिर स्मृतियों को सादर आदरांजलि।<br />नमन।<br />----<br />अनुभूतियों का लयबद्ध ज्वार <br />माँ की स्मृतियाँ नरम अंकवार <br />जबतक श्वासों का स्पंदन है<br />हृदय मंजूषा से रिसेगा इत्र-सा<br />माँ तेरी लोरी,आशीष और दुलार।<br />----<br />प्रणाम<br />सादर।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-42899960393848090942022-01-22T13:54:58.976+05:302022-01-22T13:54:58.976+05:30जी, अत्यंत आभार🙏🙏जी, अत्यंत आभार🙏🙏विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-1408025083037033782022-01-22T13:54:43.582+05:302022-01-22T13:54:43.582+05:30जी, अत्यंत आभार🙏🙏जी, अत्यंत आभार🙏🙏विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2376745467710236793.post-8724907302285744612022-01-22T13:54:11.674+05:302022-01-22T13:54:11.674+05:30जी, अत्यंत आभार🙏🙏जी, अत्यंत आभार🙏🙏विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.com