वज़ीर ' शरीफ' मेरा
और 'बंदुकची' भी शरीफ़
सियासत-दर-सियासत
सिर्फ
सिरफिरे शरीफों का मेरा खाप।
इसीलिए तो
अपने 'पाक' विवर में
छुपा रखा है
तेरे 'आस्तीन का सांप'।
और 'बंदुकची' भी शरीफ़
सियासत-दर-सियासत
सिर्फ
सिरफिरे शरीफों का मेरा खाप।
इसीलिए तो
अपने 'पाक' विवर में
छुपा रखा है
तेरे 'आस्तीन का सांप'।
NITU THAKUR: very nice aap ki rachna padh kar muze bhi do pangti yad aagai .....
ReplyDeleteNapak kar rahe ho
kyon pak is watan ko
tum pak ho to fir kyon
Napak ho rahe ho
Vishwa Mohan: वाह! बहुत खूब!!