Wednesday, 5 September 2018

'साहित्यिक-डाकजनी'

किसी का जोरन,
किसी का दूध.
मटकी मेरी, 
दही विशुध.

छंद किसी का, 
बंध है मेरा.
'प्लेगरिज्म'
'पायरेसी' का  फेरा.

चौर-चातुर्य, 
रचना उद्योग.
पूरक, कुम्भक, 
रेचक योग.


थोड़ी उसकी पट, 
थोड़ी इसकी  चित.
क्यों लिखे, 
भला, मौलिक गीत!

गर गए पकड़े,
मची हाहाकार,
विरोध में वापस,
पुरस्कार!

कथ्य आयात, 
पात्र निर्यात
'साहित्यिक-डाकजनी' 
सौगात!!!

जोरन -- जामन या खट्टा जिसे मिलाने पर दूध दही में जम जाता है।

2 comments:

  1. NITU THAKUR's profile photo
    NITU THAKUR
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    +2
    बहुत सुन्दर विषय और रचना लाजवाब
    एक निराला अंदाज ....बहुत अच्छा लगा
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    22w
    Vishwa Mohan's profile photo
    Vishwa Mohan
    +1
    जी, अत्यंत आभार आपके समर्थन का!
    22w
    Ravindra Singh Yadav's profile photo
    Ravindra Singh Yadav
    +1

    वाह! खरी-खरी कहती तीखे लहजे से भरी रचना अपना असर स्थापित करने में सफल रही है. न्यूनतम शब्दों में संदेश,उपदेश,व्यंग, नसीहत, मार्गदर्शन, चेतावनी जैसे व्यापक आयामों के घनत्व से परिपूर्ण रचना दिल को भा गयी.
    हिन्दी पखवाड़े को समर्पित आपकी यह बेमिशाल रचना सीधा और सटीक सम्वाद स्थापित करती हुई पाठक और शिक्षार्थी से दो टूक बात करती है.
    मेरा मानना है ऐसी हरकतें करने वाले केवल आलोचना के भागी नहीं हैं उन्हें इस बात का श्रेय अवश्य दिया जाना चाहिये कि उनका प्रयास हिन्दी को समृद्ध करता है भले ही वह मौलिक न हो और बौद्धिक अभिव्यक्ति के धरातल पर ओँधे मुँह गिरता हो....अगर ऐसा करते-करते कोई साहित्य की सेवा में अपने आपको निखारते हुए मौलिकता से सरोकार रखने लगता है तो उसका यह कृत्य क्षम्य और प्रोत्साहन के योग्य है. हालाँकि धृष्टता की घोर निन्दा की जानी चाहिये.
    आपकी रचना के एक शब्द "वापिस" को वापस हो जाने की गुज़ारिश करता हूँ.
    इस चर्चित रचना के लिये बधाई एवं शुभकामनायें.
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    22w
    anuradha chauhan's profile photo
    anuradha chauhan
    +1
    बेहतरीन रचना
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    22w
    Vishwa Mohan's profile photo
    Vishwa Mohan
    +1
    +Ravindra Singh Yadav वाह! विशुद्ध वस्तुनिष्ठता बरती है आपने अपने इस समीक्षात्मक बर्ताव में, और यही आपकी खासियत है. मैं सौ फीसदी सहमत हूँ आपकी तहरीर से और मैं 'वापिस' से वापस भी हो गया हूँ. अत्यंत आभार आपके समर्थन एवं आशीष के लिए.
    22w
    Vishwa Mohan's profile photo
    Vishwa Mohan
    +anuradha chauhan जी , अत्यंत आभार आपके इस प्रत्याशित आशीष और समर्थन के लिए.
    22w
    Meena Gulyani's profile photo
    Meena Gulyani
    +1
    khoobsurat rachna
    22w
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    Vishwa Mohan
    +Meena Gulyani जी , अत्यंत आभार!!!

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  2. Kusum Kothari's profile photo
    Kusum Kothari
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    जबरदस्त कटाक्ष सत्य , सटीक कम शब्दों में सारी बखिया उधेड़ दी,
    वाह वाह!! सच यही हो रहा है , और मौलिक साहित्यकार कहीं बैठा रो रहा।

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    22w
    Vishwa Mohan's profile photo
    Vishwa Mohan
    +Kusum Kothari जी , अत्यंत आभार आपके इस प्रत्याशित आशीष और समर्थन के लिए.

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