सुन्दर चर्चा आदरणीय विश्वमोहन जी ! महिलाओं को गौरवान्वित करती चर्चा , महिला ब्लोगर्स के लिए बहुत सम्मान का विषय है |नारी समाज के लिए आपके सुसंस्कारों और उद्दात विचारों का हार्दिक अभिनन्दन है | सोशल मीडिया लोगों के लिए हर तरह से लाभकारी है बशर्ते इसके नकारात्मक प्रयोग और प्रभावों से बचा जाए | सोशल मीडिया की सबसे बड़ी सार्थकता उन महिलाओं ने सिद्ध की है , जो घरेलू कामकाज के साथ भी अपनी रचनात्मकता के जरिये , पूरे संसार से मुखातिब हैं | काव्यपाठ इस सुंदर चर्चा में सोने पे सुहागा है |सभी रचनाएँ शानदार थी | आपके बारे में बहुत कुछ नया जाना | आपकी बहुआयामी प्रतिभा को माँ सरस्वती बूरी नजर से बचाए यही कामना है | कोटिआभार ये साक्षात्कार शेयर करने के लिए | दोनों कार्यक्रम प्रस्तुतिकार प्रशंसा की पात्र हैं जिन्होंने बहुत सार्थक प्रश्नों से चर्चा को विस्तार दिया | हालाँकि ऐसे कार्यक्रमों में वक्ता को अपनी पूरी बात करने से पहले ही टोकने की परम्परा बन चुकी है | इससे बचा जाना चाहिए | सादर
" बिहार बिहान "पर आपकी प्रस्तुति बहुत ही लाज़बाब हैं विश्वमोहन जी ,आपको ढेरों शुभकामनाएं एवं बधाई
ReplyDeleteशानदार साक्षात्कार "विहार विहान" पर काव्य पाठ भी बहुत ही सुन्दर....
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं आदरणीय।
जी, बहुत आभार।
Deleteजी, बहुत आभार।
ReplyDeleteसुन्दर चर्चा आदरणीय विश्वमोहन जी ! महिलाओं को गौरवान्वित करती चर्चा , महिला ब्लोगर्स के लिए बहुत सम्मान का विषय है |नारी समाज के लिए आपके सुसंस्कारों और उद्दात विचारों का हार्दिक अभिनन्दन है | सोशल मीडिया लोगों के लिए हर तरह से लाभकारी है बशर्ते इसके नकारात्मक प्रयोग और प्रभावों से बचा जाए | सोशल मीडिया की सबसे बड़ी सार्थकता उन महिलाओं ने सिद्ध की है , जो घरेलू कामकाज के साथ भी अपनी रचनात्मकता के जरिये , पूरे संसार से मुखातिब हैं | काव्यपाठ इस सुंदर चर्चा में सोने पे सुहागा है |सभी रचनाएँ शानदार थी | आपके बारे में बहुत कुछ नया जाना | आपकी बहुआयामी प्रतिभा को माँ सरस्वती बूरी नजर से बचाए यही कामना है | कोटिआभार ये साक्षात्कार शेयर करने के लिए | दोनों कार्यक्रम प्रस्तुतिकार प्रशंसा की पात्र हैं जिन्होंने बहुत सार्थक प्रश्नों से चर्चा को विस्तार दिया | हालाँकि ऐसे कार्यक्रमों में वक्ता को अपनी पूरी बात करने से पहले ही टोकने की परम्परा बन चुकी है | इससे बचा जाना चाहिए | सादर
ReplyDeleteआपके इस अनुपम आशीष का हृदयतल से आभार। आपका आशीष बस यूँ ही बना रहे🙏🙏🙏🙏
Deleteसादर नमस्कार ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (17 -3-2020 ) को मन,मानव और मानवता (चर्चा अंक 3643) पर भी होगी,
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
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कामिनी सिन्हा
जी, अत्यंत आभार🙏🙏
Deleteविश्वमोहन जी, बहुत ही सुंदर चर्चा के लिए आपको बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं...
ReplyDeleteजी, अत्यंत आभार आपका।
Deleteहार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
ReplyDeleteजी, बहुत आभार।
Deleteअच्छी है चर्चा ...
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई ...
बहुत बहुत बधाई आदरणीय 💐💐💐 आपके विषय में जानकर बहुत खुशी हुई और सुंदर रचनाओं को सुन कर मन प्रसन्न हो गया 👌👌👌
ReplyDeleteअत्यंत आभार।
Deleteसादर आभार।
ReplyDeleteहर प्रश्न का सहज, सुगम एवं व्याख्यापरक उत्तर दिया आदरणीय विश्वमोहन कुमार जी ने, बधाई!
ReplyDeleteसादर आभार!!!
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