दिल रीता है स्पंदन से,
जैसे गगन का मिलन न घन से.
अश्रू नम न मिले नयन में,
रूठी नींदिया, शयन-सदन में.
जीव-द्रव्य, पर जीव नहीं है,
दिखे सजीव ! निर्जीव वहीं है.
मन का कण-कण टूट चला है,
जीने की यह शुष्क कला है.
घृणा की घनघोर घटा है,
लिप्सा की मनोहारी छटा है.
दृग चंचल, पर कुछ नहीं दिखे,
लीपे लेखनी, कुछ नहीं लिखे.
भाव-शून्य विचार बहुल है,
संस्कार रिक्त आर्य संकुल है.
पर पीड़ा का भान नहीं है,
‘स्वांतःसुखाय’ बस ज्ञान यही है.
लालच मोह कपट विकराल,
कौआ चले हंस की चाल.
गतानुगतिका बसी रची है,
भागदौड़ गलकाट मची है.
नहीं घड़ी के पास वक़्त है,
पत्रहीन पीत ठूंठ दरख़्त है.
सब कुछ जड़, पर भ्रम चेतन का,
अज्ञान अहं संग मणि-कंचन का
अचल वदन, चपल मन भागे,
सुप्त अंतस, इतर सब जागे.
भ्रम में जागे, भ्रम में सोये,
भ्रम में पाये, भ्रम में खोये.
चला बटोही बाट नहीं है,
जीवन नैया का घाट नहीं है.
बहे बयार पतवार नहीं है,
संसार निस्सार मंझधार यहीं है.
संग नहीं अब कोइ मेरा,
चला मुसाफिर छूट गया डेरा.
मैं नीतांत एकांत पथिक हूँ,
नीरस दुनिया का कवि रसिक
हूँ.
Indira Gupta's profile photo
ReplyDeleteIndira Gupta
Moderator
नीरस दुनियॉ के रसिक कवि वर
यूँ ही रस सिक्त काव्य रचे जाओ
भ्रम विभ्रम को जाल तोड़ कर
हर मन सत्य भाव जगा जाओ !
Translate
Oct 25, 2017
अमित जैन 'मौलिक''s profile photo
अमित जैन 'मौलिक'
Owner
+1
दिल रीता है स्पंदन से,
जैसे गगन का मिलन न घन से.
अश्रू नम न मिले नयन में,
रूठी नींदिया, शयन-सदन में.
बहुत अनूठी लेखनी नीरस दुनिया के रसिक कवि की। बहुत सुंदर
Translate
Oct 25, 2017
Pushpendra Dwivedi's profile photo
Pushpendra Dwivedi
खूबसूरत हृदयस्पर्शी पंक्तियों का का बेहतरीन रचनात्मक सृजन
Translate
Oct 31, 2017
Vishwa Mohan's profile photo
Vishwa Mohan
+Indira Gupta आभार!
Nov 1, 2017
Vishwa Mohan's profile photo
Vishwa Mohan
+अमित जैन 'मौलिक' आभार!
Nov 1, 2017
Vishwa Mohan's profile photo
Vishwa Mohan
+1
+Pushpendra Dwivedi आभार!
Nov 1, 2017
Pushpendra Dwivedi's profile photo
Pushpendra Dwivedi
+Vishwa Mohan सुस्वागतम
Indira Gupta: सुँदर सरस काव्य बह रहा
ReplyDeleteनीरस दुनियॉ को रसिक कवि दे रहा
🙏🙏🙏
Vishwa Mohan: आभार!!!
NITU THAKUR's profile photo
ReplyDeleteNITU THAKUR
Owner
+1
नीरस दुनिया का कवि रसिक हूँ .....शानदार रचना
Translate
Oct 25, 2017
Indira Gupta's profile photo
Indira Gupta
Moderator
+1
उत्तम कविता उत्तम भाव
रसिक काव्य बह रहा प्रवाह
चला मुसाफिर छोड़ के डेरा
अलख जगाता जागते जाओ !
Translate
Oct 25, 2017
Vishwa Mohan's profile photo
Vishwa Mohan
+1
+Nitu Thakur आभार!
Nov 2, 2017
Vishwa Mohan's profile photo
Vishwa Mohan
+Indira Gupta आभार!!!